



बलौदाबाजार के सुहेला मेला में युवती के साथ छेड़छाड़ और मारपीट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। FIR में लीपापोती और पुलिस पर रिश्वत मांगने का आरोप। पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाई है। पढ़ें पूरी कहानी।
छत्तीसगढ़ की एक बेटी की चुप्पी नहीं, चीख है ये —
मिथलेश वर्मा, सुहेला (बलौदाबाजार): रविवार की शाम थी। हवा में गर्मी थी, पर लोगों के चेहरे पर खुशी — क्योंकि सुहेला गांव का मेला सजा था। वहीं उस भीड़ में एक लड़की थी – आंखों में सपने थे, दोस्तों के साथ मेला देखने निकली थी। क्या पता था, ये शाम उसकी जिंदगी की सबसे डरावनी याद बन जाएगी।
पीड़िता बताती है — “हम सब मेला देख रहे थे, तभी एक लड़का आया, मेरे कंधे पर हाथ रखा और बोला – ‘तुम्हारा नंबर मिलेगा क्या?’ मैंने कहा – ‘क्यों दूं?’ बस इसी बात पर गाली-गलौज शुरू कर दी। मां-बहन की गालियां देने लगा। फिर मेरे गले पर हाथ रखा, बाल पकड़ लिया और मेरी आंख पर कड़ा से जोर से मारा। मैं बेहोश हो गई।”
बलौदाबाजार छेड़छाड़ केस: चेहरे से खून बहा, आंख सूज गई, होंठ फट गया…
पीड़िता की सहेलियों ने उसे उठाया, पास के अस्पताल ले गईं। इलाज हुआ, इंजेक्शन लगे। लेकिन असली घाव तो तब शुरू हुआ, जब वह इंसाफ के लिए थाने पहुंची।
बलौदाबाजार छेड़छाड़: थाने में सच नहीं सुना गया, FIR में सिर्फ ‘मारपीट’ लिखा गया
पीड़िता कहती है – “मैं बार-बार बोलती रही कि उसने छेड़खानी की, गंदी बातें की, गाली दी, हाथ लगाया… लेकिन सर लोग लिख रहे थे – ‘नंबर मांगा, मना किया, इसलिए मारा।’ मैंने कहा – छेड़खानी क्यों नहीं लिख रहे हो? लेकिन किसी ने नहीं सुना।”
वो रात बड़ी लंबी थी। पुलिस ने कह दिया – ‘जो हुआ, वही लिखा जाएगा’। लड़की की बात को ‘अतिरेक’ कहा गया। इस मामले में IPC 296 और IPC 115(2) जैसी धाराएं जोड़ी गई हैं।

छत्तीसगढ़ टॉक ने जब इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) हेमसागर सिदार से बात की तो उन्होंने बताया—
“मैं खुद पीड़िता और परिजनों से मिला हूं। पहले FIR में छेड़छाड़ की धारा नहीं थी, लेकिन अब जोड़ दी गई है। मुझे मामला छेड़छाड़ का लगा, इसलिए धारा जोड़ी गई है। आरोपी किशोर है, उसे बाल सुधारगृह भेजा गया है।” -हेमसागर सिदार, एएसपी बलौदाबाजार
लेकिन अगली सुबह कहानी में नया मोड़ आया – जब पुलिस वाला पीड़िता को बोला, खर्चा-पानी दो अंदर करा दूंगा…
पीड़िता ने बताया कि ये दो नम्बर से फ़ोन आया था- 7873575561, 7223855655
पीड़िता बताती है कि मोबाइल पर फोन आया – “मैं भाटापारा से बोल रहा हूं, पुलिस वाला हूं। लड़के को पकड़ना है तो ₹15,000 दो। खर्चा-पानी लगता है।” लड़के को पकड़ना है तो सुनो मेरी बात कुछ खर्चा पानी करवा दो धारा 307 लगवा देता हूं और अंदर करूँगा।
कुछ घंटे बाद फिर एक और कॉल आया – “बलौदाबाजार से बोल रहा हूं, पैसे दो, अभी के अभी पकड़ लेंगे।”
पीड़िता बताती है – “मुझे लगा, गलती मेरी नहीं है, तो मैं क्यों दूं पैसे? लेकिन अब मुझे डर लग रहा है। तीन बार हॉस्पिटल गई हूं, बहुत खर्च हो गया है। बार-बार थाना बुलाते हैं, जैसे मैंने ही कोई जुर्म किया हो।”
पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि एक व्यक्ति ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर फोन पर ₹15,000 की मांग की। पीड़िता का कहना है कि उक्त व्यक्ति ने दावा किया कि “राशि मिलने पर ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।” पीड़िता का आरोप है कि यह कॉल भाटापारा और बलौदाबाजार क्षेत्र से किया गया था, जिसमें पुलिस कार्रवाई के बदले पैसे की मांग की गई।
क्या ये ‘बेटी बचाओ’ का नया चेहरा है? जहां एक लड़की को अपना अपमान साबित करने के लिए रिश्वत भी देनी पड़े?
थाना प्रभारी क्या कहते हैं?
सुहेला थाना प्रभारी नरेश दिवान ने कहा – “जितना युवती ने बताया, FIR में वही लिखा है। कोई मैडम चिल्ला रही थी कि 354 क्यों नहीं लगा, लेकिन मैं उस समय सिमगा में था।”
लेकिन सवाल अब थाना प्रभारी से आगे बढ़ गया है… सवाल है सिस्टम से – क्या एक लड़की को चुप रहने के लिए मजबूर किया जाएगा? क्या न्याय भी अब पैसों पर बिकेगा?
ASP बोले – “फोन नंबर यूपी का है, पुलिस का नहीं, ठगी का मामला”
ASP हेमसागर सिदार ने इन फोन कॉल्स को गंभीरता से लेते हुए कहा—
जिस नंबर से कॉल आया, वह ट्रेस किया गया है। नंबर का लोकेशन उत्तर प्रदेश का है और वह पुलिस का नहीं, ठगों का नंबर है। “लोगों से अपील है – अगर कोई पुलिस के नाम पर पैसे मांगे तो तुरंत 1930 पर शिकायत करें।”
“अगर मुझे इंसाफ नहीं मिला, तो मुझे इंसाफ मांगने का भी अफसोस रहेगा।” – पीड़िता
Disclaimer— यह रिपोर्ट पीड़िता के बयानों, और पुलिस अधिकारियों के बयानों पर आधारित है। पुलिस जांच पूरी होने तक किसी भी व्यक्ति को दोषी या निर्दोष घोषित नहीं किया जा सकता। खबर का उद्देश्य केवल सार्वजनिक हित में सूचना देना है। हम न्यायिक जांच का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सवाल करना, सच को सामने लाना – यही पत्रकारिता की असली जिम्मेदारी है।
📢 छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम (Chhattisgarh Talk) आगे भी इस खबर पर अपडेट और विश्लेषण के साथ आपके सामने लाता रहेगा।
आपके पास भी कोई जानकारी या शिकायत है?
संपर्क करें: chhattisgarhtalk@gmail.com | 9111755172
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े- Join Now
- विज्ञापन के लिए संपर्क करे: 9111755172
-टीम छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)
ट्रैफिक पुलिस बनी वसूली एजेंसी: टोकन दिखाओ, चालान से बचो! जानिए इस गुप्त वसूली खेल की सच्चाई!
Exclusive News: टोकन सिस्टम अवैध वसूली की खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप! एक्शन में बलौदाबाजार कप्तान (SP), लेकिन क्या बच निकलेंगे बड़े खिलाड़ी?
कृषि योजनाओं का लाभ चाहिए? बिना देरी के कराएं फार्मर रजिस्ट्रेशन, जानें पूरी प्रक्रिया!
बलौदाबाजार नगर पालिका शपथ ग्रहण विवाद: भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने, अलग-अलग स्थानों पर हुआ शपथ समारोह!
बलौदाबाजार में भाजपा कार्यालय बना रणभूमि: ताले टूटे, नारे गूंजे! जानें क्यों भाजपा में मचा बवाल!
आप किस जेनरेशन का हिस्सा हैं? जानिए हर पीढ़ी की विशेषताएँ और योगदान