50 हजार परिवार 19 और 20 को मनाएंगे नवाअन्न ग्रहण कर नुआखाई लेकिन इस बार अनाज देने वाली सेटका में नही आई धान की बालियां, पड़ोसी राज्य पर होना पड़ेगा निर्भर

 

Chhattisgarh Talk / लतीफ मोहम्मद / गरियाबंद देवभोग न्यूज : पश्चिम उड़ीसा से लगे देवभोग क्षेत्र में भी नुआखाई का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। पंचांग में पंचमी दो दिन होने के वजह से इस बार एक दिन की बजाए 19 व 20 सितंबर को नवाखाई पर्व मनाया जा रहा है। देवभोग,अमलीपदर व मैनपुर तहसील में रहने वाले लगभग 50 हजार परिवार, जो उड़ीसा के इस प्रमुख परंपरा को मानते हैं, वे परिवार नवा खाई की तैयारी बड़े ही धूमधाम से शुरू कर दिया है,


Gariyaband News : नियम के मुताबिक नया खाने के लिए नया अन्न। जितना ही जरूरी है उतनी ही जरूरी नया वस्त्र का धारण करना है। नया अन्न के लिए अब तक सेटका प्रजाति के धान फसल पर सभी निर्भर थे, किंतु इस साल कम वर्षा व सूखे की हालत की वजह से सेटका में धान की बालियां नही आई। ऐसे में अब नई अनाज के लिए सीमावर्ती उड़ीसा प्रदेश पर निर्भर होना पड़ेगा।

बाजार गुलजार हुआ,कपड़े की खरीदारी जम कर-

Gariyaband News : सुखे का असर भले ही खेतों पर नजर आ रही हो,लेकिन पर्व को लेकर नए कपड़ों की खरीदारी जमकर होने से बाजार में रौनक लौट आई है। इलाके भर के कपड़ा दुकानों में पिछले दो दिनों से लगातार खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है।देवभोग में मौजूद पांच बड़े कपड़ा दुकानों में रोजाना 25 से 30 लाख की बिक्री हो रही है। पर्व के नजदीक आते ही दुकानों में भी भीड़ बढ़ जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक अकेले देवभोग ब्लॉक में ही 2 करोड़ से भी ज्यादा के कपड़ों की खरीदारी होगी।

महंगे साड़ीयो को जयपुर का ओर्गेंजा दे रहा है मात-

Gariyaband News : इस बार कपड़ा बाजार में साड़ियों की बिक्री अन्य कपड़ों से ज्यादा है,होलसेल बाजार के कारोबारी अनिल अग्रवाल ने बताया कि, संबलपुर,सूरत जैसे बड़े जगहों से बनी महंगे साड़ी के बजाए इस बार जयपुर की ओर्गेंजा साड़ी की डिमांड ज्यादा है। 700 से 1000 की कीमत में 3 हजार से भी ज्यादा महंगे साड़ी के बराबर की क्वालिटी इसमें है।ज्यादातर महिलाओं को बजट में फिट बैठने के कारण इसकी मांग इस बार बढ़ गई है।