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राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’, मोदी को ‘पीएम ऑफ भारत’ लिखा- तारीखों पर गौर कीजिए

Chhattisgarh Talk नई दिल्ली: इसे क्या कहा जाए? ठीक 74 साल पहले संविधान सभा में एचवी कामथ ने देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत या भारतवर्ष करने का संशोधन पेश किया था। इस पर बहस हुई। हालाँकि यह वोटिंग के बाद गिर गया था। अब संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर को शुरू हो गया है। ऐसे में स्टॉक एक्सचेंज स्मैश जा रहे हैं कि गवर्नमेंट इंडिया डेट इज इंडिया गवर्नमेंट दिवा की योजना बनाई जा रही है? बदलना

15 तारीखों का नया संग मंगलवार को टैब और जुड़ गया, जब दो प्रमुख नेताओं ने ‘भारत’ की जगह ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया, तो सबसे पहले जी-20 समित के मुकाबले में 9 सितंबर की रात भोज का राष्ट्रपति भवन के पत्र में इस्तेमाल किया गया। राष्ट्रपति के “राष्ट्रपति” स्थान पर ‘भारत के राष्ट्रपति’ ने लिखा। दूसरा, प्रधानमंत्री की एशियाई समिति के लिए 7 सितंबर 2023 को इंडोनेशिया की यात्रा के शानदार नोट में ‘भारत के प्रधान मंत्री’ का नामांकन हुआ। इस भारत में नेपोलियन ने सरकार पर तंज कसा है। संभवतः, जुलाई में हुई गठबंधन की बैठक में गठबंधन का नाम इंडियन नेशनल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) दिया गया था। इसके बाद बीजेपी ने कहा था कि यह चुनाव भारत बनाम भारत है।

यूँ हुई बहस… अम्बेडकर समिति ने दो नाम सुझाए थे…. कामत ने विरोध में संशोधन प्रस्ताव दिया था

Chhattisgarh Talk 18 सितंबर 1949 को संविधान सभा में है। डॉ. आंबेडकर ने संविधान प्रारूप बनाने पहली बार देश के नामकरण पर चर्चा हुई। में कई भूलें मानी हैं। इसे भी भूल मान लेना आंबेडकर समिति ने इंडिया और भारत दो चाहिए। देश के नाम में इंडिया जोड़ना बड़ी नाम सुझाए थे। विरोध करते हुए फारवर्ड गलती है। इसे भारत करने जरूरत है। ब्लॉक के एचवी कामथ ने संशोधन प्रस्ताव पेश किया और इंडिया की जगह भारत नाम सुझाया। संविधान सभा के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में बहस हुई। अंशः

कामथः दुनियाभर में नवजात बच्चे का नामकरण होता है। जल्द भारत का जन्म होने है। कई सुझाव है। इनमें हिंदुस्तान, वाला है। हिंद, भारतवर्ष, भारत, भारतभूमि प्रमुख हैं। Chhattisgarh Talk

डॉ. आंबेडकर ( आपत्ति लेते हुए): प्रस्ताव का औचित्य समझ नहीं आता क्या यह जरूरी है? (दो और सदस्य सहमत।)

कामथः इंडिया दैट इज भारत कहना बेढंगा

कमलापति त्रिपाठी: बीच का रास्ता निकाला जा सकता है। देश का नाम इंडिया अर्थात भारत है। ऐतिहासिक मर्यादा देखते हुए इसे भारत अर्थात इंडिया कर दें।

सेठ गोविंद दासः इंडिया हमारी किसी पुस्तक में नहीं मिलता। वेदों, उपनिषदों और महाभारत में भारत का उल्लेख है। विष्णु पुराण, ब्रह्म पुराण में भारत है। ह्वेन त्सांग ने भी अपनी पुस्तक में भारत लिखा है। संशोधन प्रस्ताव 38 के मुकाबले 51 मत से गिर गया| इंडिया अर्थात भारत राज्यों का संघ नाम संविधान में दर्ज । यही नाम अनुच्छेद में है

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https://chhattisgarhtalk.com/tribal-community-blocked-the-national-highway-for-the-second-day-due-to-the-death-of-the-youth/

विपक्ष हमलावर…..

नाम बदलना ‘राज्यों के संघ’ पर हमला तो ये खबर वाकई सच है। ‘भारत, जो इंडिया है, राज्यों का संघ होगा।’ अब इस पर भी हमला हो रहा है।’

Chhattisgarh Talk  -राकेश राकेश, कांग्रेस महासचिव अलायंस ने नाम भारत रख लिया तो ? मान लीजिए कल ‘इंडिया’ अलायंस ने अपना नाम भारत रख लिया, तो फिर वे (भाजपा) भारत का नाम भी बदल देंगे?” -अरविंद स्पार्क, सीएम, दिल्ली

बीजेपी का पलटवार

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कांग्रेस के मन में न तो देश, न संविधान, न संवैधानिक ढांचे के प्रति सम्मान है। -जेपी हर्ट्ज़, अध्यक्ष, भाजपा कांग्रेस की समस्या, इलाज़ डॉक्टर

“मेरे देश का नाम भारत है, सदैव रहेगा। कांग्रेस को समस्या है तो इलाज कराओ” – राजीव चन्द्रशेखर, केंद्रीय मंत्री ऐसे बदला जा सकता है नाम

Chhattisgarh Talk  भारत और भारत के संयोजन को सिद्धांत दिया गया है। संसद में संशोधन के लिए नाम बदला जाएगा। एस्कॉर्ट 368 के तहत दो स्तम्भों के समर्थन की आवश्यकता होगी। विचारधारा के 356, साओजामी के 157 सदस्यों का समर्थन करना चाहिए Chhattisgarh Talk

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